इसी वर्ष सन 2017, 2 जून से मेरा वैवाहिक योग शुरू हो गया
था और जन्मपत्री का आदान-प्रदान शुरू हो चूका था जरूरी नहीं कि प्राथमिक योग की
वजह से जल्द ही आपको कोई कन्या पसंद आजाये l अतः इसी वजह से कई कन्याओं को मैंने ठुकरा दिया और कई कन्याओं ने
मुझे ठुकरा दिया ( झूठ क्या बोलना
ठेरा अब ) l
ठेरा अब ) l
उफ्फ्फ्फ़ ये सियासी रिश्ता क्या कहलाता है... |
किसी कन्या के द्वारा ठुकराने वजह कोई खास नहीं थी, किसी को मैं पसंद था तो कोई मुझे पसंद नहीं थी, हां कुछ प्रयोगात्मक वजह भी रही थी कि किसी को सरकारी नौकरी वाला लड़का चाहिए था किसी को देहरादून में अध्यापक अदि-अनादि और किसी को गांव में कभी खेती-बाड़ी का काम तक नहीं करना ( जैसे मैं ही जमींदार ठेरा उत्तराखंड में, मुझे तो अपने खेत तक पूरा पता नहीं कि आखिर है कौन से इलाके में ? )
खेर, लेकिन गत दिनों में फिर एक रिश्ता आया, और वो मुझे पसंद आई और मैं उसको, फिर फेसबुक में मित्र भी बन गये और इस तरह से एक दुसरे के प्रति मोह
बढता गया बात तब तक तो ठीक ही चल रही थी जब तक फोन पर बात और फेसबुक में शब्दार्थ
संवाद बना हुआ था.........!
लेकिन फिर एक दिन अचानक...
खैर, आगे कुछ कहने का तात्पर्य है मेरा जब सब रात को 9 बजे खाना बैठते हैं तो उसी समय ZEENews पर DNA प्रोग्राम भी आता है और इसी नाट्यक्रम से प्रेरित होकर घर वाले रोज समझाते थे कि मोदी जी और बीजेपी वाले अच्छा कार्य कर रहे है अनाप-सनाप मत लिख उनके बारे में l
खैर, आगे कुछ कहने का तात्पर्य है मेरा जब सब रात को 9 बजे खाना बैठते हैं तो उसी समय ZEENews पर DNA प्रोग्राम भी आता है और इसी नाट्यक्रम से प्रेरित होकर घर वाले रोज समझाते थे कि मोदी जी और बीजेपी वाले अच्छा कार्य कर रहे है अनाप-सनाप मत लिख उनके बारे में l
खैर, लेकिन फिर एक दिन अचानक वही हुआ ( यहाँ से प्रारम्भ होती है अगली कड़ी
) जिसका मुझे डर था, धीरे
धीरे वैवाहिक वार्तालाप राजनीतिक दिशा में जाने लगा l और वो बार बार मेरी हर पोस्ट पर एक ही
बात कहती कि आखिर मोदी जी विरोध में क्यों लिखते हो तुम ?
एक दिन मुझे भी गुस्सा आ ही गया जब पेट्रोल के
दाम ज्यादा और जेब में दाम आधा और मैंने रिश्ते की कसौटी के धर्म-कांटे को समझ कर
बोल हो दिया कि “ नर
अंधभक्त को समझाना इजी है, और
नर भक्त को समझाना उससे भी ज्यादा इजी है लेकिन मादा भक्त या अंधभक्त दोनों को
समझना अकेले सत्ता हिलाने के इक्वल है “ l
फिर क्या था उसने अपने बाप को बोल दिया कि , बाकि तो सब ठीक है लेकिन लड़का शायद
कांग्रेसी विचारवादी है l उसका
बाप पूर्ण पंडित, जन्म
से भगवा, जात से भाजपा और
कर्म से हाफ नेक्कर l बोला
कि मोदी विरोधी वो भी मेरा दामाद ?
अब क्या गिर गयी रश्म -ए -गटबंधन की सरकार !
अच्छा हुआ शादी से पहले ही पड़ लिए मेरे पोस्ट शादी के बाद पड़ती तो रोज डिनर के समय
सुधीर चौधरी के DNA के
साथ मेरा तीन तलाक
हो रहा होता !
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